विश्वकर्मा पूजा के दौरान करें इन मंत्रों का जाप, सभी कार्यों में मिलेगी सफलता

विश्वकर्मा पूजा के दौरान करें इन मंत्रों का जाप, सभी कार्यों में मिलेगी सफलता

Vishwakarma Puja 2024 : भारतीय संस्कृति और पुराणों में वर्णित सृजन के देवता, यंत्रों के अधिष्ठाता भगवान विश्वकर्मा के जन्मोत्सव को विश्वकर्मा पूजा के रूप में 17 सितंबर को मनाया जाएगा। इन्होंने सतयुग में स्वर्ग लोक, त्रेतायुग में लंका, द्वापर युग में इन्द्रप्रस्थ, द्वारका, हस्तिनापुर का निर्माण किया था। विश्वकर्मा पूजा के दिन अपने घरों, दुकानों, दफ्तरों, कल-कारखानों को अच्छी तरह से साफ-सफाई करनी चाहिए।

बलिया जनपद के थम्हनपुरा निवासी आचार्य डाक्टर अखिलेश कुमार उपाध्याय बताते है कि सुबह जल्दी उठकर स्नान करके पूजा स्थल पर भगवान विश्वकर्मा की फोटो या मूर्ति स्थापित करके पीले या फिर सफेद फूलों की माला भगवान विश्वकर्मा को पहनाएं। उनके समक्ष सुगंधित धूप और दीपक भी जलाएं। अब अपने सभी औजारों की एक-एक करके पूजा करें। इसके बाद सभी मौजूद औजारों पर तिलक और अक्षत लगाएं, फिर फूल चढ़ाकर भगवान विश्वकर्मा को पंचमेवा प्रसाद का भोग लगाएं। इसके बाद हाथ में फूल और अक्षत लेकर विश्वकर्मा भगवान का ध्यान करें। पूजा के समय इन मंत्रों का उच्चारण करें...
ॐ आधार शक्तपे नमः 
ॐ कूमयि नमः 
ॐ अनन्तम नमः 
ॐ पृथिव्यै नमः
फिर भगवान विश्वकर्मा जी से प्रार्थना करे कि हे प्रभु हमारी मशीनें और औजार निरन्तर, बिना किसी रूकावट के चलती रहें। उसमें किसी प्रकार की कोई बाधा न आने पाए। हमारे उद्योग देश की प्रगति में सहायक बने और लोगों को रोजी-रोजगार देते रहें। उसके बाद भगवान विश्वकर्मा की आरती करके उनका महाप्रसाद सभी लोगों में वितरित करें। 

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