बलिया में ढाई करोड़ का ऋण स्वीकृति पत्र वितरित कर चेयरमैन विनोद दूबे बोले- 'सहकारिता से...'
बलिया: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सरकारी बैंक मुख्यालय पर बुधवार को चेयरमैन विनोद दूबे की अध्यक्षता में ऋण वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें गाय पालन, मछली पालन व अन्य रोजगार के लिए सहकारिता की ओर से लगभग ढाई करोड़ का ऋण स्वीकृति पत्र लाभार्थियों को वितरित किया गया। चेयरमैन ने कहा कि सरकार की जो आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना है, उसको मूर्त रूप देने के लिए 'सहकारिता से समृद्धि' योजनान्तर्गत लोगों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके अंतर्गत भारत सरकार की ओर से संचालित कार्यक्रमों की जानकारी देने के साथ जनपद की बी-पैक्स समितियों के कंप्यूटरीकृत के बारे में विस्तार से बताया। जिला सहकारी बैंक शाखाओं के माध्यम से समितियों को उर्वरक व्यवसाय की जानकारी देते हुए कहा कि जनपद की सभी सहकारी समितियों पर बहुद्देशीय व्यवसाय करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार ने सहकारी समितियों को बहुद्देशीय समिति बना दिया है, जिसे बी-पैक्स के नाम से जानते हैं।
पहले चरण में सरकार ने इसके तहत उर्वरक सीमा बढ़ाकर 10 लाख तक कर दिया है और निरंतर उर्वरक की आपूर्ति भी हो रही है। जिले के 78 बी-पैक्स को कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। बी-पैक्स राजपुर, चेरुइया, डेहरी एवं जाम का कार्य भी उल्लेखनीय रहा है। पहले चरण में 40 दूसरे चरण में 55 तथा तीसरे चरण में 17 भी पैक्स को कंप्यूटराइजेशन योजना में शामिल किया गया है। इसके अलावा 37 बी-पैक्स द्वारा बहुराज्यीय बीज सहकारी समिति की सदस्यता भी ग्रहण कर ली गयी है।
बताया कि स्थानीय स्तर पर लोगों को सस्ती और अच्छी दवा मिले, इसके लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के रूप में भी कार्य करने के लिए बी-पैक्स को विकसित किया जा रहा है। सरकार की ओर से सहकारिता क्षेत्र में चलाई जा रही भंडारण योजनान्तर्गत 16 बी-पैक्स का सुदृढ़ीकरण/मरम्मत का कार्य पूरा किया जा चुका है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत 100 मीट्रिक टन भंडारण के लिए चार नए गोदाम का निर्माण भी शुरू है।
जिला सहकारी बैंक की 20 शाखाओं से संबंधित 165 बी-पैक्स में बैंक की ओर से 34 बी-पैक्स की 387 लाख की अल्पकालीन ऋण सीमा स्वीकृत की गई है, जिसके सापेक्ष समितियों ने 59 लाख ऋण वितरित किया गया है। समितियां के माध्यम से उर्वरक ऋण/नगदी बिक्री के लिए 135 बी-पैक्स की 'कैश एंड कैरी' योजना में 1360 लाख की ऋण सीमा स्वीकृत कर 2335.58 लाख का उर्वरक व्यवसाय किया गया है।
जनपद की पांच वेतन भोगी समितियों की ओर से 832 लाख की ऋण सीमा स्वीकृत की गई है, जिसके सापेक्ष 132.94 लाख का ऋण वितरण किया गया है। इस अवसर पर एआरएम बृजेश पाठक, डीडीएम नाबार्ड मोहित यादव, वाल्मीकि त्रिपाठी, डेयरी के सुपरवाइजर माता प्रसाद, विनोद कुमार, समरजीत, वीरेंद्र सहित अन्य लोग मौजूद थे। संचालन जुल्फिकार अली ने किया।
Comments