मदर टेरेसा कॉन्वेंट स्कूल में क्रिसमस का उत्साह, गूंजा 'जिंगल बेल जिंगल बेल जिंगल ऑल द वे'
Ballia News : मदर टेरेसा कॉन्वेंट स्कूल पचरुखिया में क्रिसमस का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया, जिसमें विद्यालय के बच्चों ने बेहद उत्साह, जोश और उल्लास के साथ भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन कक्षा 4 व 5 के छात्रों ने किया। कक्षा प्री नर्सरी से पांचवीं तक के छात्रों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसका शुभारम्भ प्रधानाचार्य कुसुमलता सिंह ने बैलून छोड़कर किया। उपस्थित अभिभावकों व गणमान्य लोगों ने इस अनोखे पल का आनंद लिया।
छात्रों ने 'जिंगल बेल्स' पर नृत्य किया और जब सांता क्लॉज ने मंच पर प्रवेश किया, तब दर्शकों ने ताली बजाते हुए इसका आनंद लिया। दूसरी तरफ़ क्रिसमस कैरल सॉन्ग, 'जिंगल बेल जिंगल बेल जिंगल ऑल द वे' और 'वी विश यू अ मैरी क्रिसमस एंड ए हैप्पी न्यू ईयर' आदि गीत के साथ समा बांध दिया। कक्षा तीन के छात्रों ने क्रिसमस के बारे में जानकारी दी। बताया कि क्रिसमस ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। छात्रों ने क्रमशः हिंदी व अंग्रेजी कविता का वाचन किया।
कक्षा 1-2 के छात्रों ने क्रिसमस कैरल प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। तत्पश्चात कक्षा 3-5 के छात्रों ने कई गानों पर नृत्य प्रस्तुत किए। छात्रों की इन उत्साह भरी प्रस्तुतियों ने सभी को मनमोहित कर लिया। इस दिन पूरे विद्यालय परिसर को रंग-बिरंगे गुब्बारों, घंटियों, क्रिसमस ट्री, संता क्लॉस, स्नोमैन व क्रिसमस की विभिन्न झांकियों से सजाया गया। सभी छात्रों ने अपनी-अपनी कक्षाओं में विभिन्न आर्ट एंड क्राफ्ट गतिविधियों में भाग लिया।
विद्यालय के प्रबंधक प्रेम किशोर ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए बताया कि यह त्योहार प्रत्येक वर्ष ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाते हैं। यह एक ऐसा त्योहार है, जो पूरे विश्व में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। विद्यालय के निर्देशक स्वामी रविशंकर जी ने बच्चों को बधाई दी और उन्हें बताया कि यह त्योहार प्रेम व सौहार्द की मिसाल कायम करता है। उन्होंने छात्रों को ईसा मसीह द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
अभिजीत किशोर ने बताया कि इस तरीके से कार्यक्रमों का आयोजन साथ ही जहां इस मौके पर बच्चों को ईसा मसीह से जुड़ी कहानियों के बारे में बताया गया वहीं बच्चों को यह शिक्षा दी कि हमें आपसी मेल भाव, प्रेम और भाईचारे के साथ रहना चाहिए। क्रिसमस शाति, प्रेम, त्याग, भाईचारा और खुशियों का पर्व है। हमें भी सांता और प्रभु ईशु की तरह सभी के जीवन में खुशियाँ बाँटनी चाहिए। हमें सभी धर्म का सम्मान करना चाहिये।
किशोर ने आगे कहा कि इस तरह की आयोजनों से बच्चों में शारीरिक एवं बौद्धिक क्षमता का भी विकास होता है। हमारा निरंतर प्रयास रहता है कि बच्चों को सिर्फ कागजी एवं रूटीन शिक्षा न देकर उन्हें बौद्धिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा भी दी जाए ताकि उनका भविष्य आगे उज्जवल हो।
पूरा कार्यक्रम विद्यालय के प्रधानाचार्य कुसुमलता सिंह के दिशा निर्देशन में एवं विद्यालय की शिक्षिका पूनम सिंह, रूची पाण्डेय, आर्चना ओझा,आलोक कुमार, तन्नु दुबे की देखरेख में संपन्न हुआ वही इस मौके पर विद्यालय शिक्षक व शिक्षिकाएँ रमेश सिंह, अरविंद वर्मा, प्रदीप सिंह, सूरज यादव, अंशुमान पाण्डेय ,दिनेश कुमार, सुरेश शर्मा, रवि प्रसाद केसरी, अक्षय मिश्रा, उदय यादव, सलोनी पांडेय, अरुण कुमार ,राजेश राणा, स्वीटी गुप्ता ,दिनेश कुमार, बलिराम वर्मा, जेपी सहाय, राहुल यादव, खुशहाल सिंह, मुस्कान सिंह, त्रिलोकी सिंह, रूपसी सिंह, सरिता सिंह, आशा पांडेय, प्रियंका पाण्डेय, मुन्नी सिंह, सूरज चौबे, सरवन कुमार, पूनम देवी,रोहित तिवारी, गीता देवी, सुनील कुमार का अहम योगदान रहा। संता क्लॉस ने सभी छात्रों को उपहार चॉकलेट टॉफियां बांटी।
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