विकसित भारत@2047 : धूमधाम से मना जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय का 9वां स्थापना दिवस
बलिया : जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय का 9वां स्थापना दिवस रविवार को धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर परिसर में विकसित भारत@2047 में शिक्षण संस्थानों की भूमिका विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गयी। मुख्य अतिथि प्रो. केएन सिंह, कुलपति, केंद्रीय विश्वविद्यालय, दक्षिण बिहार ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षण संस्थानों को आदर्श व्यक्तित्व के निर्माण की चुनौती स्वीकरानी होगी, ऐसे नागरिक निर्मित करने होंगे जो राष्ट्र के प्रति समर्पित हों, जो रोल मॉडल बन सकें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का यही लक्ष्य है। विकास के बाधक सभी तत्वों का निराकरण इसी प्रकार से हो सकेगा।
विशिष्ट अतिथि प्रो. एचके सिंह, वाणिज्य विभाग, बीएचयू ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान और राष्ट्रीय शिक्षा नीति विकसित भारत के निर्माण के लिए आवश्यक बुनियाद हैं। देश के विकास के लिए दीर्घकालीन लक्ष्य के निर्धारण और उसके क्रियान्वयन की आवश्यकता होती है। देश उस दिशा में आगे बढ़ रहा है। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि देश की प्रगति में विश्वविद्यालयों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। जेएनसीयू क्रमशः विकास के पथ पर अग्रसर है। इसे देश के प्रतिष्ठित विवि में सम्मिलित कराने के लिए हम सब कृत संकल्पित होकर कार्य करें, यही सबसे अपेक्षा है।
आधुनिक समय में उन्नत कृषि एवं रोजगार की संभावनाएँ विषय पर प्रो. धर्मेन्द्र सिंह, यूपी कालेज ने व्याख्यान दिया। कहा कि उन्नत कृषि अपनाकर देश को विकास के पथ पर आगे ले जाया जा सकता है। आज जरूरत सघन और विभिन्नता पूर्ण कृषि को अपनाने की है। इस अवसर पर परिसर के अकादमिक भवन में फूड स्टाल भी लगाए गए, जिनमें विभिन्न प्रकार के व्यंजनों को प्रस्तुत किया गया। अतिथियों, विद्यार्थियों, प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों ने क्रय कर इन व्यंजनों का स्वाद लिया। विद्यार्थियों को इस प्रकार उद्यमिता का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को शैक्षणिक किट वितरण के साथ दीक्षोत्सव, एकता दिवस तथा सुशासन सप्ताह के विजेता विद्यार्थियों तथा समन्वयकगण को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्वागत डाॅ. पुष्पा मिश्रा, संचालन श्रुति, धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव एस एल पाल ने किया। डाॅ. सरिता पाण्डेय, डाॅ. अभिषेक मिश्र व डाॅ. रंजना मल्ल कार्यक्रम के समन्वयक रहे। सायंकाल पूरे परिसर को दीपमालाओं से सजाया गया। परिसर में दीपावली जैसा दृश्य उपस्थित हो गया, जिसे सभी विभोर होकर निहारते ही रह गए। इस अवसर पर संबद्ध महाविद्यालयों के प्रबंधक, प्राचार्य, परिसर के प्राध्यापक, कर्मचारी, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Comments