बलिया में 6 के खिलाफ मुकदमा, हिरासत में 'डॉक्टर' समेत पांच
बांसडीह, बलिया : एसडीएम बांसडीह के निर्देश पर सोमवार को तहसीलदार व स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा दो अल्ट्रासाउंड केंद्र व एक डाक्टर की क्लिनिक को सील करने के मामले में पुलिस ने छः लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई एसडीएम बांसडीह अभिषेक प्रियदर्शी की तहरीर पर पीसीपीएनडीटी एक्ट व इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट के तहत की है। वहीं, दो महिलाओं सहित पांच लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
तहसीलदार बांसडीह निखिल शुक्ला व चिकित्सा अधीक्षक वेंकटेश महुआर की जांच टीम ने जांच के दौरान पाया कि बांसडीह डाक बंगला के सामने प्रियांशु अल्ट्रासाउंड में बिहार के चम्पारण निवासी सुधांशु मिश्रा व बांसडीह कस्बा निवासी रुचि राजभर जांच करती मिली। उन्होंने बताया कि सेंटर बैरिया कस्बा निवासी दशरथ यादव का है। सेंटर का पंजीकरण नही है। बगल में स्थित राहुल चाइल्ड केयर क्लिनिक की जांच में जहां 20-25 महिलाएं बच्चों के साथ बैठी थीं और डा अमजद खान बच्चों का इलाज कर रहा था। टीम को डाक्टर अपना पंजीकरण नहीं दिखा सका।
इस पर पुलिस ने उनकी पर्ची व रजिस्टर आदि को जब्त कर लिया। इसी दौरान नमो अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच में सुखपुरा थाना क्षेत्र के बसंतपुर निवासी रेनू सिंह जांच करती मिली। उन्होंने कोई भी पंजीकरण प्रपत्र नही दिखाया। टीम ने जांच के दौरान पाया कि दोनों अल्ट्रासाउंड सेंटर व एक क्लिनिक अवैध व गलत संचालित हो रहा है। अल्ट्रासाउंड करने वाले सुधांशु मिश्र प्रशिक्षित चिकित्सक नहीं हैं। पुलिस ने वहां से जांच करने वाले सुधांशु व रुचि राजभर को हिरासत में ले लिया।
राहुल चाइल्ड क्लिनिक पर उपचार करने वाले डा अमजद खान बिना डाक्टर की डिग्री के बच्चों का इलाज कर उनके जीवन को खतरे में डाल रहे थे। टीम ने फर्जी डाक्टर तथा वहां काम कर रहे पर्वतपुर गांव निवासी मंटू यादव के साथ ही नमो अल्ट्रासाउंड से रेनू सिंह को हिरासत में लेकर सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। कोतवाल संजय सिंह ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच किया जा रहा है। पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है।
विजय कुमार गुप्ता
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