Inspirational Story : शिक्षिका ने किया आग्रह, मेरी अंतिम यात्रा में मुझे कंधा देने जरूर आना
MP News : एक शिक्षक का काम है, समाज को शिक्षित कर दिशा दिखाना। मध्य प्रदेश के विजयपुर की रहने वाली शिक्षिका शिवकुमारी जादौन ने अनूठी मिसाल पेश की है। अपनी संपत्ति हनुमान मंदिर में दान दे चुकी प्राथमिक शाला खितरपाल में पदस्थ शिक्षिका ने सेवानिवृत होने के बाद मिलने वाले सरकारी फंड और मरणोपरांत अंग दान करने का ऐलान किया है। इसके लिए उन्होंने एसडीएम अभिषेक मिश्रा को एक आवेदन भी दिया है।
रिटायरमेंट फंड और अंगों का भी दान
संपत्ति मंदिर में दान करने के बाद शिक्षिका शिवकुमारी जादौन ने एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने विजयपुर एसडीएम अभिषेक मिश्रा को आवेदन व दस्तावेज सौंपे हैं, जिनमें उन्होंने रिटायरमेंट पर मिलने वाले फंड को भी भगवान के नाम करने की बात लिखी है। इसके साथ ही आवेदन में शिक्षिका ने मृत्यु के बाद अंगदान करने की बात भी लिखी है। शिवकुमारी जादौन द्वारा लिए गए इन फैसलों को लेकर एसडीएम अभिषेक मिश्रा और तहसीलदार मनीषा मिश्रा ने उन्हें सम्मानित किया।
दरअसल, शिवकुमारी जादौन नियमित ड्यूटी करने के साथ भक्ति भाव में रहती हैं। भगवान के प्रति गहरी आस्था के चलते उन्होंने ये फैसला लिया। इतने बडे निर्णय को लेकर पूछे जाने पर शिक्षिका ने सहज भाव से कहा कि सब कुछ भगवान का ही है, मेरा क्या है। मैं तो चाहती हूं कि मरने के बाद मेरा शरीर भी दूसरों के काम आए। अपने सम्मान कार्यक्रम में भावुक हो उठीं शिक्षिका ने विजयपुर के लोगों से विनती करते हुए कहा- मेरी अंतिम यात्रा में मुझे कंधा देने जरूर आना।
ऐसा है शिवकुमारी का जीवन
विजयपुर क्षेत्र के सरकारी स्कूल में पदस्थ शिवकुमारी सादा जीवन और उच्च विचार की जीवित प्रतिमा हैं। एक शिक्षिका के नाते अपना कर्तव्य निभाने के साथ वे ईश्वर में अगाध आस्था रखती हैं। छह माह पूर्व वे 0.011 हेक्टयर में निर्मित करीब एक करोड रुपए कीमत का मकान व नगदी सहित काफी सारी संपत्ति हनुमान मंदिर के लिए दान कर चुकी हैं।
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