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उत्तर प्रदेश  बलिया 

बसंत बहार, प्यार भरे ठुमका : बलिया के शिक्षक की यह कविता आपको कर देगी बसंत-बसंत

बसंत बहार, प्यार भरे ठुमका : बलिया के शिक्षक की यह कविता आपको कर देगी बसंत-बसंत उपायन विवश हुआ मन, देख दृश्यअमन चैन निहार निहारूंरंग ऊपर है रंगों का पहराहरे रंग आंचल हाथ कंगना।मंजर डाल, मतवाला अमरबेलझंझावात दूर झरने का पानीअद्भुत बना यह माह सुहानापार नदी कोयल किलकारीसरसों...
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