बलिया : नहीं रहे पं. सुधाकर मिश्र, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व कलराज मिश्र से था गहरा रिश्ता ; जानिए जनसंघ से भाजपा तक इनका राजनीतिक सफर
बलिया : जनसंघ काल से राजनीति में सक्रिय रहे सेवानिवृत्त शिक्षक पं. सुधाकर मिश्र नहीं रहे। शनिवार की शाम उन्होंने 89 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। बाढ़ व कटान पीडितों की ताउम्र लड़ाई लड़ने व जरूरतमंदों की आवाज उठाने वाले पं. सुधाकर मिश्र के निधन की सूचना मिलते ही चहुंओर शोक की लहर दौड़ गई। शिक्षा के क्षेत्र में उनकी सेवा भी अनुकरणीय है।
मूल रूप से सदर तहसील क्षेत्र के रिकनीछपरा गांव निवासी पं. सुधाकर मिश्र आदर्श इंटर कालेज मझौवां में अध्यापक होने के बाद भी राजनीति में सक्रिय रहे। कर्तव्यपथ पर सदैव अडिग रहने वाले पं. सुधाकर मिश्र कर्तव्यनिष्ठ भी थे। देश व समाज के लिए खुद को समर्पित करने वाले पं. मिश्र पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व पं. कलराज मिश्र के करीबियों में से एक थे। पं. कलराज मिश्र तो इनसे मिलने घर तक आते रहते थे।
जनसंघ के टिकट पर 1969 और 1974 में द्वाबा विधानसभा (अब बैरिया) सीट से चुनाव लड़ चुके पं. सुधाकर मिश्र का प्रचार करने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पहुंचे थे। 1998 में शिक्षक से सेवानिवृत्त हुए पं. मिश्र भाजपा के जिला मंत्री व मंत्री कई बार रहे। वहीं, बेलहरी ब्लाक के उप प्रमुख पद को सुशोभित करने वाले पं. मिश्र एनएच-31 को गंगा नदी से बचाने के लिए 1960 के दशक में बड़ा आंदोलन खड़ा किये थे, जो ताउम्र लड़ते रहे।
शनिवार की शाम भाजपा के दिग्गज नेता रहे पं. सुधाकर मिश्र जिन्दगी का जंग हार गये। तीन पुत्रों (रत्नाकर मिश्र पिन्टू, विद्याशंकर मिश्र राजू व रामकृष्ण मिश्र टुल्लू पत्रकार) का भरा-पूरा परिवार उनकी सेवा में जुटा रहा। उनका अंतिम संस्कार रविवार की सुबह रामगढ़ गंगातट पर होगा। उनकी शवयात्रा बलिया शहर के मिश्रनेवरी स्थित आवास से सुबह आठ बजे निकलेगी।
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