जाकिर हुसैन ने विश्व में जगाई तबला की अनोखी अलख : पं. राजकुमार मिश्र
Ballia News: पं. केपी मिश्र मेमोरियल संगीत विद्यालय के तत्वावधान में सोमवार को विद्यालय प्रांगण में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ भोला प्रसाद आग्नेय की अध्यक्षता में संगीत/साहित्य गोष्ठी संपन्न हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ अभिषेक मिश्रा एवं विशिष्ट अतिथि भाजपा के मंडल प्रभारी अभिषेक सोनी ने दीप प्रज्ज्वलन एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। पं. शिवम मिश्र एवं साथियों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि डॉ. मिश्र ने कहा कि,"संगीत एवं साहित्य जीने की राह दिखाते हुए हमें अध्यात्म की दिशा की ओर ले जाता है, जिससे हम मोक्ष की ओर उन्मुख होते हैं।" विशिष्ट अतिथि ने कहा कि साहित्य एवं संगीत दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। दिव्यांश ने राग यमन प्रस्तुत किया और सात्विक ने तबले पर संगत किया। कु. आरती ने राग भैरव प्रस्तुत किया। कु. दिव्यांशी ने राग भोपाली प्रस्तुत किया।
सभी कलाकारों द्वारा शास्त्रीय राग प्रस्तुति पर अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. आग्नेय ने कहा कि, शास्त्रीय संगीत से जीवन में नई ऊर्जा प्राप्त होती है। शास्त्रीय संगीत द्वारा अनेक असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है। कार्यक्रम में देश एवं विश्व के जाने-माने तबला वादक पद्मविभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पं राजकुमार मिश्र ने कहा कि," जाकिर हुसैन जी ने अपने तबला वादन की अनूठी शैली से विश्वभर में तबला वादन को प्रचारित प्रसारित किया। विश्व में तबला को लेकर एक अनोखी अलख जगाई। उन्होंने ये बता दिया कि तबला सिर्फ बजता ही नहीं, अपितु बोलता भी है। इस तरह से उनका असमय चले जाना संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है।
इसी क्रम में देवांश ओझा, प्रियांशी, रानी वर्मा, वैष्णवी, राहुल, विनीत राय, मान्या राय, श्रुति पाण्डेय, शिवानी मिश्रा इत्यादि ने अनेक शास्त्रीय रागों को प्रस्तुत करते हुए गोष्ठी को सफलता के शिखर तक पहुंचाया। शिवम मिश्र ने अपने शास्त्रीय गायन से सभी श्रोताओं को झूमने के लिए बाध्य कर दिया। विद्यालय के सचिव पं. राजकुमार मिश्र ने आभार व्यक्त किया। संचालन पं. राजकुमार मिश्र ने किया।
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