Green chilli : बलिया में लुढ़का हरी मिर्च का सेंसेक्स, उत्पादक मायूस
बैरिया, बलिया : हरा मिर्च का सेंसेक्स लुढ़कने से उत्पादकों में मायूसी छा गई है। आगे बाजार कैसा रहेगा ? भविष्य के गर्भ में है, किंतु अभी की स्थिति देखने से ऐसा लग रहा है कि हरा मिर्च का भाव यदि अच्छा नहीं हुआ तो अगले साल से किसान हरा मिर्च की खेती का रकबा कम करने पर मजबूर हो जाएंगे।
बता दें कि क्षेत्र के सोनबरसा, भोजापुर, रामनगर, मिर्जापुर, इब्राहिमाबाद, धतूरी टोला, श्रीपतिपुर,दलन छपरा सहित आसपास के दर्जनों गांव के दियारे में सैकड़ों एकड़ में हरा मिर्च की खेती किसानों ने किया है। हरा मिर्च निकलने भी लगा है, किंतु खरीदार कम होने के कारण भाव लुढ़क गया है। एक माह पहले 50 से 60 रुपए प्रति किलो बिकने वाला हरा मिर्च इस समय 15 से 20 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
श्रीपतिपुर के किसान सन्जय विन्द का कहना है कि एक एकड़ हरी मिर्च की खेती में लगभग साठ हजार खर्च आता है। अगर भाव अच्छा मिला तो दो से ढाई लाख रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मिर्च की खेती में लाभ मिल सकता है। किंतु जिस तरह से भाव धड़ाम हुआ है। फलस्वरुप 15 से 20 हजार प्रति एकड़ किसानों का बच जाए तो बहुत होगा।
धतुरीटोला के किसान विकास सिंह का कहना है कि इस समय बाहर से मिर्च खरीदने वाले व्यापारिक कम आ रहे हैं क्यों कम आ रहे हैं, इसकी जानकारी नहीं है। फल स्वरुप बाहर हरा मिर्च ना के बराबर जा रहा है वही सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन से बलिया सियालदह एक्सप्रेस से आसनसोल व वर्धमान यहां से हरा मिर्च जाता था वह इस समय बंद है। अगर बाहर मिर्च जाना शुरू नहीं हुआ तो भाव और भी नीचे नीचे आ सकते हैं।
अगर भंडारण व विदेश निर्यात की सुविधा प्राप्त हो जाए तो यहां के किसान हरा मिर्च की खेती करके मालामाल हो जाएंगे। क्योंकि उत्पादन तो इस क्षेत्र में हो रहा है किंतु, किसानों को बाजार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। स्थानीय किसानों ने जिला अधिकारी का ध्यान अपेक्षित करते हुए उचित कार्रवाई के लिए हस्तक्षेप की मांग की है।
शिवदयाल पांडेय मनन
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