In Photo : बलिया के इस स्कूल में भव्यता और दिव्यता को समेटे भगवान श्री विद्याप्रद वेंकटेश्वर स्वामी प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ संपन्न
Ballia News : शहर से सटे सहरसपाली स्थित सेक्रेड हार्ट स्कूल (SACRED HEART SCHOOL) के प्रांगण में 13 से 15 दिसंबर तक भगवान श्री विद्याप्रद वेंकटेश्वर स्वामी के प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ का भव्य और पवित्र आयोजन संपन्न हुआ। वैखानस आगम परंपरा के विद्वानों द्वारा वैदिक विधियों के साथ प्राण प्रतिष्ठा की गई।
14 दिसंबर को आयोजित विशाल शोभायात्रा में विद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और श्रद्धालुओं ने भजन और कीर्तन के साथ भाग लिया। नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए शोभायात्रा विद्यालय परिसर पहुंची, जहां छात्रों और शिक्षकों ने भगवान के स्वागत में दीप, पुष्प और भव्य झांकियों के साथ अपनी श्रद्धा प्रकट की। शोभायात्रा की विशेषता मेलम पार्टी की पारंपरिक नादस्वरम और याविल वाद्यो की धुर्ने थीं, जिसने पूरे आयोजन को भक्तिमय और भव्य बना दिया।
15 दिसंबर को, कलश पूजन के पश्चात भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी ने भक्तों को अपने दिव्य स्वरूप में दर्शन दिए। भगवान पीले मेचलाट वस्त्र में सुसज्जित थे, जिन पर सुनहरी कढ़ाई और अलंकृत आभूषणों की चमक उनकी दिव्यता को और भी अद्भुत बना रही थी। उनका भव्य स्वरूप और मंदिर की सजावट श्रद्धालुओं के लिए साक्षात वैकुंठ के दर्शन जैसी अनुभूति लेकर आए।
कार्यक्रम की भव्यता को और अधिक बढ़ाने के लिए विद्यालय के विभिन्न कक्षाओं के छात्रों ने पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किए। छात्रों ने भगवान के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा को रंगीन परिधानों और मनमोहक नृत्य प्रदर्शनों के माध्यम से अभिव्यक्त किया। उनकी प्रस्तुतियां भारतीय संस्कृति और परंपराओं की झलक थीं, जिन्हें उपस्थित सभी दर्शकों ने खूब सराहा। इस पवित्र अवसर पर हरिहरक्षेत्र पीठाधीश्वर स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा को और भी बढ़ाया।
महायज्ञ और प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सफलता पर सेक्रेड हार्ट स्कूल की प्रधानाध्यापिका श्रीमती नमता पाण्डेय ने सभी भागवत भक्तों, शिक्षकों, छात्रों और आयोजन समिति के सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा, "भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी का आशीर्वाद पाकर हम सब धन्य हो गए हैं। यह आयोजन हमारी संस्कृति और आध्यात्मिक परंपराओं को सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
छात्रों द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक नृत्य और शिक्षकों का समर्पण इस आयोजन की सफलता में मुख्य योगदान रहे। कार्यक्रम के समापन पर कीर्तिमान पाण्डेय ने सभी श्रद्धालुओं, मेलम पार्टी और आयोजन से जुड़े सभी व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि "आप सभी के सहयोग और समर्पण से यह दिव्य महायज्ञ संभव हुआ। भगवान वैकटेश्वर का आशीर्वाद हम सब पर सदा बना रहे।"
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