जेएनसीयू बलिया तथा कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विवि रामटेक के मध्य हुआ एमओयू
बलिया : जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया तथा कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विवि रामटेक, नागपुर, महाराष्ट्र के मध्य शनिवार को संस्कृत भाषा एवं साहित्य के संवर्धन हेतु एमओयू हुआ। जेएनसीयू के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने और कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विवि, रामटेक के कुलसचिव प्रो. कृष्ण कुमार पाण्डेय ने इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के द्वारा दोनों संस्थान संस्कृत एवं संबंधित अन्य विषयों के विस्तार एवं संवर्धन हेतु अनुवाद, कौशल विकास, पांडुलिपि संरक्षण, शोधकार्य एवं शोध सामग्री के प्रकाशन हेतु सांझा प्रयास करेंगे।
केकेएसयू महाराष्ट्र राज्य का प्रथम संस्कृत विश्वविद्यालय है। संस्कृत के उच्च अध्ययन को समर्पित यह विवि प्राचीन भारत के उस विज्ञान एवं तकनीकि के अध्ययन पर विशेष बल देता है जोकि प्राचीन संस्कृत पाठों एवं अभिलेखों में वर्णित एवं सुरक्षित हैं। हर्ष व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि इस एमओयू से बलिया के संस्कृत विषय के शिक्षकों एवं शोधार्थियों को बहुत लाभ प्राप्त होगा। दोनों विवि मिलकर प्राचीन भारत के ज्ञान- विज्ञान की परंपरा के शोध, संरक्षण एवं परिवर्धन के संबंध में कार्य करेंगे। इस अवसर पर कुलसचिव एस. एल. पाल, प्रो. ओंकार सिंह, संकायाध्यक्ष, शिक्षा संकाय प्रो. धर्मेंद्र सिंह, संकायाध्यक्ष, कृषि संकाय के साथ परिसर के प्राध्यापक डाॅ. तृप्ति तिवारी और डाॅ. अनुराधा राय उपस्थित रहीं।
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