बलिया में ढ़िबरी कजरी उत्सव 2024 : संस्कृति, संस्कार और सभ्यताओं के संगम बीच गायकों ने लूटी महफिल
बलिया : सामाजिक सरोकारों में संलिप्त रहकर विलुप्त होती संस्कृति, संस्कार और सभ्यताओं के संरक्षण के लिए प्रयत्नशील संस्था ढ़िबरी फाउंडेशन के तत्वावधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम ढ़िबरी कजरी उत्सव 2024 का आयोजन टाउन डिग्री कॉलेज के मनोरंजन हॉल में 22 सिंतबर (रविवार) को हुआ।
कार्यक्रम का उद्धाटन विद्वान आचार्य सागर पंडित गुरुजी एवं ज्ञान प्रकाश पांडेय सहित विद्वत जन के मंत्रोच्चार के बीच मुख्य अतिथि पूर्व सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त ने ढ़िबरी जलाकर विधिवत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए भोजपुरी के दिग्गज गायक विष्णु ओझा ने प्रसिद्ध गीत बजवइतीं बारहो बजना से माहौल भक्तिमय बनाया। शास्त्रीय गायक और शिक्षक राजकुमार मिश्र जी ने मिर्जापुरी कजरी और बनारस की कजरी सुनाकर दर्शको को कजरी रस में डुबोया। इनके बाद बाल कलाकार राय वैष्णवी ने अपनी प्रस्तुति दी।
भोजपुरी रत्न मुन्ना सिंह ने कजरी गीतों के साथ ही जब अपने प्रसिद्ध गीत नथुनिये पे गोली मारे सुनाया तो मनोरंजन हॉल दर्शको के तालियों से गूंज उठा। उत्सव में एक के बाद एक काव्या कृष्णमूर्ति, सुनीता पाठक, सत्यम ठाकुर, बाल कलाकार आशनी मिश्रा ने कजरी गीतों की झड़ी लगा दी। वहीं व्यास सुरेंद्र सिंह ने अपने गीत पिया का देब हमके मुहदेखाई से श्रोताओ में अलग रंग भरा।
साथ ही व्यास कमलेश देहाती के मंनोरंजक गीतों को सुन लोग झूमते दिखे।
कालेज परिसर के हॉल में अंजनी उपाध्याय ने अब त छूटल कॉलेज के पढ़ईया गाया तो युवा वर्ग झूमता दिखा। वहीं बेटी दिवस पर बेटी के मार्मिक गीत से सबको भावुक कर दिया। वादन के साथ संगत गोलू सिंह की टीम ने किया। विशिष्ट अतिथियों में अजीत मिश्रा, प्रमुख बेलहरी शशांक शेखर तिवारी, प्रमुख मुरलीछपरा कन्हैया सिंह, श्याम सुंदर उपाध्याय, संजय पांडे जी, भोजपुरी के सिपाही नंद कुमार तिवारी, बबलू मिश्र, रामबहादुर राय सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। संचालन करूणा निधि तिवारी और चंदन अखिलेश पांडेय ने किया। आभार व्यक्त ढ़िबरी फाउंडेशन के अध्यक्ष अमित मिश्र के साथ सभी सदस्यों ने संयुक्त रूप से किया।
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