चलो उम्मीदों के दीप जलाएं, खुशियों के गीत मिलकर गाएं...
On
नव वर्ष 2025 का स्वागत
खुशबू बनकर आई है बयार,
नए सपनों का लेकर उपहार।
नव वर्ष का स्वागत करने चलो,
दिलों में भरो नए विश्वास का सार।
बीत गया जो, वो अतीत है अब,
आगे बढ़ने का समय करीब है अब।
2025 का स्वागत हम करें,
हर मुश्किल को पीछे छोड़ चलें।
हर सुबह नई उमंग लाएगी,
हर शाम नई राह दिखाएगी।
चलो उम्मीदों के दीप जलाएं,
खुशियों के गीत मिलकर गाएं।
नए साल में नई शुरुआत हो,
हर सपने की अब बात हो।
मिले सफलता, मिले प्यार,
जीवन का हर दिन बने त्यौहार।
चले कदम एक नए सफर पर,
सपनों को साकार करने की डगर पर।
नव वर्ष का यह अलख जगाएं,
मिल-जुलकर इसे स्वर्णिम बनाएं।
स्वागत है, ओ 2025,
हर दिल में तेरे लिए है आस।
सपनों को पंख दे उड़ने की,
और हर जीवन में भर दे प्रकाश।
स्वरचित
नन्द लाल शर्मा, केआरपी
सीयर, बलिया
Related Posts
Post Comments
Latest News
प्यार, शादी और सुसाइड : बलिया में सात फेरे के तीन महीने बाद प्रेमी युगल ने चुनीं मौत की राह
04 Jan 2025 09:20:54
Ballia News : पहले प्यार, फिर शादी और सुसाइड... यह रील नहीं, बलिया की रियल घटना है। शादी के तीन...
Comments