Mahakumbh 2025 : महाशिवरात्रि पर रेलवे की विशेष तैयारी, प्रयागराज से 350 से अधिक ट्रेनों को चलाने की योजना

Mahakumbh 2025 : महाशिवरात्रि पर रेलवे की विशेष तैयारी, प्रयागराज से 350 से अधिक ट्रेनों को चलाने की योजना

महाकुम्भ-2025 के अंतिम अमृत स्नान के लिये भारतीय रेल ने व्यापक तैयारी की हैं। सभी रेलवे जोन के अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरी मुस्तैदी और सेवा भाव के साथ श्रद्धालुओं की सहायता में जुटे रहने का निर्देश दिया गया है। यात्रियों के लिये अतिरिक्त विशेष ट्रेनों के संचालन की व्यवस्था भी की गई है। कुल मिलाकर प्रयागराज से 350 से अधिक ट्रेनों को चलाने की योजना है। 
अश्विनी वैष्णव, रेल मंत्री, भारत सरकार

महाशिवरात्रि पर रेलवे की विशेष तैयारी : प्रयागराज से 350 से अधिक ट्रेनों को चलाने की योजना

महाकुम्भ के अवसर पर 25 फरवरी, 2025 को 16.00 बजे तक पूर्वोत्तर रेलवे से/होकर कुल 60 ट्रेनें चलाई गईं

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महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर 26 फरवरी, 2025 को पूर्वोत्तर रेलवे से 25 महाकुम्भ मेला विशेष गाड़ियाँ चलाई जायेंगी।

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प्रयागराज महाकुम्भ के लिये 10 जनवरी से 24 फरवरी, 2025 तक पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों से/होकर नियमित एवं मेला विशेष ट्रेनों सहित कुल 2,845 ट्रेनें चलाई गईं।

प्रयागराज रामबाग एवं झूसी स्टेशनों पर 24 फरवरी, 2025 तक कुल 21,100 श्रद्धालु यात्रियों को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई।

पूर्वाेत्तर रेलवे पर कुल 2,70,856 वर्गफीट में पैसेंजर होल्डिंग एरिया का किया गया निर्माण

गोरखपुर : महाकुम्भ के अवसर पर 10 जनवरी से 24 फरवरी, 2025 तक पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों से/होकर अप साइड से 642 नियमित एवं 642 मेला विशेष ट्रेनों सहित कुल 1,284 ट्रेनें चलाई गईं। इसी प्रकार, पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों से/होकर डाउन साइड से 626 नियमित एवं 935 मेला विशेष ट्रेनों सहित कुल 1,561 ट्रेनें चलाई गईं। इस प्रकार, पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों से/होकर कुल 2,845 नियमित एवं मेला विशेष ट्रेनें चलाई गईं। मेला विशेष गाड़ियों के संचलन हेतु पर्याप्त संख्या में रेक/कोचों की व्यवस्था की गई है, जिससे नियमित अन्तराल पर तथा मांग के अनुरूप विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। ट्रेनों के दोनों तरफ इंजन लगाये गये, जिससे इंजन रिवर्सल का समय बचाया जा सका।

महाकुम्भ के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे ने प्रयागराज रामबाग एवं झूसी स्टेशनों पर श्रद्धालु यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये 24 घंटे फर्स्ट एड बूथ तथा ऑब्जरवेशन रूम में चिकित्सा सुविधायें प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। इस दौरान प्रयागराज रामबाग स्टेशन के सभी प्लेटफार्मों तथा झूसी स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 1 एवं 4 पर महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालु यात्रियों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिये मेडिकल बूथ बनाया गया है। महाकुम्भ मेला के दौरान 24 फरवरी, 2025 तक कुल 21,100 श्रद्धालु यात्रियों को प्राथमिक चिकित्सा एवं चिकित्सा सहायता प्रदान की गई जबकि 98 गम्भीर मरीजों को स्थानीय चिकित्सालयों में भेजा गया।

इसी क्रम में, पूर्वाेत्तर रेलवे पर कुल 2,70,856 वर्गफीट में स्थाई/अस्थाई पैसेंजर होल्डिंग एरिया का निर्माण किया गया है, जिसमें झूसी स्टेशन पर 1,93,750 वर्गफीट, प्रयागराज रामबाग स्टेशन पर 43,056 वर्गफीट के स्थाई यात्री होल्डिंग एरिया की व्यवस्था है, इसके अतिरिक्त बनारस स्टेशन पर 2,200 वर्गफीट, सीवान स्टेशन पर 5,250 वर्गफीट, बलिया स्टेशन पर 8,000 वर्गफीट, गोरखपुर जं. स्टेशन पर 5,000 वर्गफीट, देवरिया सदर स्टेशन पर 3,600 वर्गफीट तथा छपरा जं. स्टेशन पर 10,000 वर्गफीट में अस्थाई पैसेंजर होल्डिंग एरिया का निर्माण किया गया है। पैसेंजर होल्डिंग एरिया में यात्रियों की सुविधा के लिये समुचित व्यवस्था की गई है तथा यात्रियों को ट्रेनों की जानकारी हेतु कम्प्यूटर आधारित उद्घोषणा प्रणाली स्थापित किया गया है।

महाकुम्भ के अवसर पर 25 फरवरी, 2025 को 16.00 बजे तक पूर्वोत्तर रेलवे से/होकर मेला विशेष गाड़ियाँ, नियमित ट्रेन, रिंग रेल एवं लम्बी दूरी की ट्रेनों सहित कुल 60 ट्रेनें चलाई गईं। इसके अतिरिक्त महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर 26 फरवरी, 2025 को पूर्वोत्तर रेलवे से 25 महाकुम्भ मेला विशेष गाड़ियाँ चलाई जायेंगी। सभी प्रमुख स्टेशनों पर पर्याप्त संख्या में रेक की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है, जिससे मांग के अनुरूप ट्रेनें चलाई जा सकेंगी।

महाकुम्भ-2025 का अंतिम अमृत स्नान 26 फरवरी, 2025 को होना है। गंगा, यमुना और सरस्वती के मिलन स्थल संगम पर स्नान करने के लिये उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड और बंगाल सहित देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज आये हुये हैं। रविवार और सोमवार को भी बिहार के पटना, दानापुर, मुजफ्फरपुर, गया, सासाराम, कटिहार, खगड़िया, सहरसा, जयनगर, दरभंगा आदि स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या अधिक रही।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, लखनऊ, अयोध्या, वाराणसी, कानपुर, गोंडा, दीनदयाल उपाध्याय, झांसी आदि जिलों के रेलवे स्टेशनों पर प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की संख्या औसत से काफी ज्यादा रही। मध्य प्रदेश के चित्रकूट, जबलपुर, सतना, खजुराहो जैसे स्टेशनों पर भी भीड़ रही जबकि झारखंड के धनबाद बोकारो, रांची, गढ़वा और मेदनी नगर स्टेशन से बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज के लिये रवाना हुये। अमृत स्नान के बाद अपने-अपने शहर वापस जाने वाले लोगों और श्रद्धालुओं का भारी हुजूम रेलवे स्टेशनों पर उमड़ना सम्भावित है। इसे ध्यान में रखते हुये उत्तर मध्य रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे तथा उत्तर रेलवे ने व्यापक तैयारी की है और सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपने कार्यस्थल पर मुस्तैदी के साथ टिके रहने का निर्देश दिया है।

रेलवे ने मौनी अमावस्या के दिन 360 से अधिक गाड़ियों का परिचालन करके 20 लाख से अधिक लोगों को उनके गंतव्य स्थान पर भेजने में सफलता पाई थी। महाशिवरात्रि स्नान के बाद भी श्रद्धालुओं की सेवा के लिये अधिक संख्या में ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई गई है और प्रयागराज के समीप वाले स्टेशनों पर अतिरिक्त रेक रखे गये हैं, जिनका उपयोग आवश्यकतानुसार किया जायेगा। सूत्रों के अनुसार रेलवे ने प्रारम्भ में महाकुम्भ के दौरान लगभग 13,500 गाड़ियों के चलने की योजना बनाई थी। महाकुम्भ के 42वें दिन तक 15,000 से अधिक ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं, जिनमें बड़ी संख्या में स्पेशल ट्रेनें भी सम्मिलित हैं।

रेलवे की पूरी व्यवस्था की निगरानी का नेतृत्व रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने स्वयं किया है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सतीश कुमार भी लगातार रेलवे बोर्ड से ट्रेनों की मॉनिटरिंग में लगे हुये हैं। तीन क्षेत्रीय रेलवे के महाप्रबन्धक भी अपनी टीम के साथ रेलवे व्यवस्थाओं को मजबूत बनाने में लगे हुये हैं। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सभी जोन के महाप्रबन्धकों को निर्देश दिया है कि महाकुम्भ के यात्रियों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाये। जरूरत पड़ने पर अधिक संख्या में स्पेशल ट्रेनें चलाई जायें।

महाकुम्भ-2025 में अन्तिम अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सहायता के लिये झूसी स्टेशन पर आर.पी.एफ. के 850 जवान एवं वाणिज्य विभाग के 290 कर्मचारी तथा प्रयागराज रामबाग स्टेशन पर आर.पी.एफ. के 500 जवान एवं वाणिज्य विभाग के 250 कर्मचारियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है। प्रयागराज रामबाग एवं झूसी स्थित स्टेशन परिसर, पैसेंजर होल्डिंग एरिया, फुट ओवर ब्रिजों (एफ.ओ.बी.) एवं प्लेटफॉर्मों पर आर.पी.एफ. द्वारा सुरक्षा के दृष्टिगत मेगा माइक के माध्यम से यात्रियों को निर्देशित एवं जागरूक किया जा रहा है।

महाशिवरात्रि की भीड़ के मद्देनजर रेल प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये सुरक्षा, आश्रय, आसान टिकट वितरण एवं बड़ी संख्या में गाड़ियों की व्यवस्था की गई है। प्रयागराज के सभी स्टेशनों पर रेलवे वाणिज्य विभाग के 1,500 से अधिक तथा रेल सुरक्षा बल के 3,000 से अधिक जवानों की तैनाती की गई है। रेलवे सुरक्षा विशेष बल की 29 टुकड़ियाँ, महिला रेलवे सुरक्षा विशेष बल की 02 टुकड़ियाँ, 22 डॉग स्क्वाड एवं 02 बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वाड को भी प्रयागराज में ड्यूटी पर लगाया गया है। स्काउट्स एवं गाइड्स, सिविल डिफेंस सहित सभी विभागों की टीमें महाकुम्भ में आये श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्रयत्नशील हैं।

श्रद्धालुओं को सुलभता के साथ उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिये प्रयागराज क्षेत्र के सभी स्टेशनों पर आंतरिक मूवमेंट प्लान के अनुरूप कार्य किया गया और श्रद्धालुओं को विशेष गाड़ियों के माध्यम से उनके गंतव्य के लिये रवाना किया गया। इसी क्रम में, प्रयागराज जं. पर भी श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य के अनुरूप यात्री आश्रयों में भेजा गया। निर्धारित यात्री आश्रय से उन्हें विशेष गाड़ी में बैठा कर उनके गंतव्य तक भेजा गया।

यात्रियों की संख्या बढ़ने पर रेलवे ने अपने आपातकालीन प्लान को तुरन्त लागू करते हुये खुसरो बाग में लोगों को होल्ड करके उन्हें सुरक्षित और नियन्त्रित तरीके से यात्री आश्रय शेड के माध्यम से स्टेशन में प्रवेश कराकर ट्रेन में बोर्ड कराया। इस दौरान सभी गतिविधियों की मॉनिटरिंग प्रयागराज जं. पर स्थित कंट्रोल टावर में प्रयागराज मंडल के वरिष्ठ अधिकारीगण द्वारा की जा रही थी एवं स्थिति आकलन कर तत्काल आवश्यक निर्णय लिये जा रहे थे, जिससे ट्रेनों से संचालन में किसी प्रकार की बाधा न हो और श्रद्धालुओं को विशेष गाड़ियों के माध्यम से उनके गंतव्य के लिये रवाना किया जा सके। इस दौरान विभिन्न स्टेशनों पर बनाये गये ऑब्जरवेशन रूम में भी गंभीर स्थिति में लाये गये श्रद्धालुओं का इलाज किया गया।

महाकुम्भ-2025 में आये श्रद्धालुओं ने रेलवे की डिजिटल सेवाओं को भी हाथों हाथ लिया। लाखों यात्रियों ने वेबपेज और कुम्भ एप को हिट किया। रेलवे की टीम ने महाकुम्भ के अंतिम सप्ताहांत में भी नियमित और विशेष गाड़ियों का प्रबन्धन जारी रखा। रविवार को रेलवे ने 335 गाड़ियाँ चलाकर 16 लाख से अधिक लोगों को उनके गंतव्य स्थान पर भेजने में सफलता पाई।

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