बलिया : बीच सड़क पर प्रसव पीड़ा से तड़पती रही गाय, नहीं पहुंचे डाक्टर ; फिर...

बलिया : बीच सड़क पर प्रसव पीड़ा से तड़पती रही गाय, नहीं पहुंचे डाक्टर ; फिर...


बलिया। गौ-सेवा व सुरक्षा को लेकर UP Government भले ही चिंतित हो, पर स्थानीय स्तर पर पशु स्वास्थ्य विभाग उसकी चिन्ता पर पलीता लगाने को तत्पर है। इसकी एक बानगी बुधवार को नगर स्थित टाउन हाल के पास दिखी। प्रसव पीड़ा से तड़पती एक लावारिश गाय को 'राहत' दिलाने के लिए एक युवा समाजसेवी काफी परेशान हुआ, लेकिन पशु विभाग का दिल नहीं पसीजा। अंततः टाउन हॉल मुहल्ले वासियों के सहयोग से गौ-माता जी के पेट से बछड़े को निकाला गया, जो फिलहाल स्वस्थ है।



युवा समाजसेवी राहुल सिंह सागर ने बताया कि बुधवार की सुबह अंशु सोनी का फोन आया कि टाउन हॉल के पास लावारिस गाय बच्चे को जन्म देने का प्रयास कर रही है। किसी डॉक्टर को सूचना कर दीजिए। इतना सुनते ही मैं (राहुल सिंह सागर) जिला पशु चिकित्सालय पर पहुंचा। लगभग 10 बजे तक वहां चिकित्सक उलब्ध नहीं थे और जो कर्मी थे वो भी साथ में चलकर उस गाय को देखना मुनासिब नहीं समझे। जैसे-तैसे मुहल्ले के लोगों ने मेहनत कर गौ-माता को राहत दी। 



राहुल सिंह सागर ने आरोप लगाया कि पशु स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पशुओं की सरकारी दवाएं अपनी-अपनी प्राइवेट प्रैक्टिस में इस्तेमाल कर मोटी रकम कमाने में लगे रहते है। बताया कि 20 दिन पहले भी मेरे दरवाजे पर एक लावारिस गाय ने बछिया को जन्म दिया था, लेकिन पशु स्वास्थ्य विभाग को तरस नहीं आई और गाय व बछिया दोनों मर गई थी। उन्होंने जिलाधिकारी से इस मामले में ठोस कार्रवाई की मांग की है। 

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