बलिया में सात साल के कमाल ने रखा पहला रोजा, दादी ने दी दुआएं
Seven year old Kamal kept his first fast in Ballia




बलिया : मुस्लिम समाज के पाक महीने रमजान में एक नेकी के बदले 70 नेकिया का सवाब मिलता है। रहमत और बरकतों के इस महीने में नेकी कमाने में छोटे बच्चे भी पीछे नहीं हैं। बलिया शहर के बिशुनीपुर शिया मस्जिद के सामने के रहने वाले अहमद हसन एडवोकेट के 7 साल के पुत्र अहमद अली उर्फ कमाल ने रविवार को रमजान का पहला रोजा रख कर खुदा की इबादत की।
कमाल को उनकी दादी ने रोजा रखने के लिए रविवार को भोर में उठाया और सहरी खिलाकर पहली बार रोजा रखने का हौंसला दिया। दादी ने अपने पौत्र कमाल को खुशी में त्योहारी भी दी। साथ ही परिवार के सभी लोगों ने भी रोजेदार कमाल को दुआ और मुबारकबाद दी। पूछने पर कमाल बताता है कि वो अल्लाह ताला से शबाब चाहता है। पढ़ाई लिखाई में आगे रहना चाहता है। खुद पर अल्लाह की नेमत मांगता है, जिसको लेकर अपने घर के बड़े बुजुर्गों की देखकर उसने रोजा रखना शुरू किया।

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