बलिया में सर्वर बना फार्मर पंजीकरण में गले की फांस !
बैरिया, बलिया : सर्वर की दिक्कत से फार्मर पंजीकरण गले का फांस बन गया है। एक महीने के प्रयास के बाद किसानों का फॉर्मर रजिस्ट्रेशन लगभग 18 फीसदी ही हो पाया है। कुल 47 हजार से अधिक किसानों का फॉर्मर रजिस्ट्रेशन होना है, किंतु लगभग एक महीने में 9 हजार किसानों का ही फार्मर रजिस्ट्रेशन हो पाया है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो किसानों की बड़ी तादाद किसान सम्मान निधि से वंचित हो जाएगी।
बता दे कि वर्ष 2024 के अंतिम सप्ताह में बैरिया तहसील क्षेत्र में किसानों का फॉर्मर रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ था, किंतु सर्वर की दिक्कत व मोबाइल संबंधी दिक्कत के कारण किसानों का पंजीकरण अपेक्षित गति नहीं पकड़ पाया है। किसानों का आरोप है कि लेखपाल इस कार्य के प्रति पूरी तरह उदासीन है। नेटवर्क व सर्वर एक बहाना मात्र है। बैरिया के किसान राजकुमार सिंह, रामपुर के किसान ददन पांडे, दिनेश पांडे, दलन छपरा के किसान विद्या सागर यादव, श्रीपतिपुर के किसान पीयूष सिंह, धतूरी टोला के किसान शंकर सिंह आदि का कहना है कि लेखपाल बिल्कुल ही इस कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं।
किसान अपना काम छोड़कर तहसील में आते हैं। दिन भर बैठते हैं, पर उनका पंजीकरण लेखपाल नहीं करते हैं। शाम को कहते हैं जाइए किसी जन सेवा केंद्र से करा लीजिए। आरोप यह भी है कि तहसील में तैनात अधिकांश लेखपालों का कार्य उनके मोहर्रिर करते हैं। यह कार्य भी लेखपालों ने उनके जिम्मे ही लगा दिया है। 31 जनवरी तक पंजीकरण कार्य होगा, उसके बाद किसानों का फार्मर पंजीकरण बंद हो जाएगा। ऐसे में किसानों की बड़ी तादाद पंजीकरण नहीं होने की वजह से किसान सम्मान निधि व शासन से मिलने वाले अन्य सुविधाओं से वंचित हो जाएंगे।
इस सम्बंध में तहसीलदार बैरिया सुदर्शन कुमार ने बताया कि 47 हजार के सापेक्ष अभी तक 9 हजार किसानों का फार्मर पंजीकरण किया जा चुका है। शेष का अभियान चला कर पंजीकरण 31 जनवरी तक कर दिया जाएगा। कोई भी किसान पंजीकरण से वंचित नहीं रहेगा।
शिवदयाल पांडेय मनन
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