शिक्षिका को जिन्दा जलाने वाले सिरफिरे प्रेमी की भी मौत
प्रतापगढ़ : एक निजी स्कूल की शिक्षिका नीलू यादव (22) की हत्या के आरोपी की भी मौत हो गई। कोहंडौर थाना क्षेत्र की रहने वाली नीलू यादव गुरुवार सुबह अपनी चचेरी बहन के साथ कॉलेज जा रही थी। रास्ते में उनके मामा के बेटे विकास यादव से मुलाकात हुई। बातचीत के दौरान हुई कहासुनी के बाद विकास ने अपने साथ लाए पेट्रोल से नीलू को जिंदा जला दिया। घटना में नीलू की मौत हो गई, जबकि खुद भी बुरी तरह झुलस गए विकास को पहले सीएचसी कोहंडौर और फिर गंभीर हालत में लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां । वहां उसकी भी मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षिका को जलाकर मारने के आरोपी विकास की जेब से मिले सुसाइड नोट से यह सामने आया है कि वह खुद भी मरने के इरादे से आया था। उसने लिखा कि 'जो मन-मस्तिष्क में समाई, वह अब दूसरे की होने जा रही है। बर्दाश्त नहीं हो रहा है। अब नीलू के साथ दुनिया छोड़ने जा रहा हूं।' घटना की सच्चाई तो जांच के बाद ही सामने आएगी। लेकिन सुसाइड नोट एक उलझे हुए प्रेम संबंध की कहानी बता रहा है। आरोपी विकास शादीशुदा है।
सुसाइड नोट में लिखा है कि "घरवालों संग दोस्त उसे माफ कर दें। 8 साल से जिसे अपनी जिंदगी मान लिया था। वह अब दूसरे की होने जा रही है। उसने शादी न करने का वादा भी किया था। उसके कहने पर ही उसने 17 नवंबर 2024 को शादी की थी। लेकिन पत्नी को छोड़कर उसके साथ वह जिंदगी व्यतीत करने के लिए तैयार था। घटना के लिए मैं खुद जिम्मेदार हूं।"
चंदौका के क्षेत्र पंचायत सदस्य अनिल पटेल ने बताया कि विकास चंडीगढ़ में अपने पिता के साथ प्राइवेट कंपनी में काम करता था। करीब एक माह पहले वह घर आया था। उसके पिता भी घर पर ही हैं। ग्रामीणों का कहना कि नीलू अपने ननिहाल चंदौका में रहती थी। करीब 6 वर्ष से वह स्कूल में पढ़ाने जाया करती थी। विकास भी एक वर्ष पहले स्कूल में पढ़ाया करता था। इसी दौरान दोनों में नजदीकी हुई। इसकी जानकारी परिवार वालों को नहीं थी। शादी की बातचीत प्रारंभ होने पर करीब 6 माह पहले नीलू ननिहाल से अपने घर आकर रहने लगी।
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