बजट में शिक्षक और कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी कोई प्रावधान नहीं : डॉ घनश्याम चौबे
Ballia News : विशिष्ट बी.टी.सी. शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ घनश्याम चौबे ने 2025 के आम बजट क़ी समीक्षा करते हुए कहा कि इसे नकारा नहीं जा सकता है कि मध्यम वर्ग का इन्फ्लेशन बढ़ा है। इसके दृष्टिगत न्यू टैक्स रिजीम के माध्यम से नौकरी पेशा के लोगों को आंशिक राहत दी गई है। सरकार द्वारा इस बजट में स्टैंडर्ड डिडक्शन की सीमा कम से कम एक लाख तक किया जाना चाहिए था।
बाजार की तरलता के लिए भी यह आवश्यक था कि टैक्स स्लैब 0 से 4 लाख के स्थान पर कम से कम 0 से 7 लाख तक शून्य टैक्स होना चाहिए। अगले टैक्स स्लैब में और अधिक राहत देनी चाहिए थी। सरकार द्वारा न्यू टैक्स रिज्यूम को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें विभिन्न धाराओं में टैक्स से बचत का कोई प्रावधान नहीं है। जिससे बचत व निवेश की प्रवृति में कमी आएगी। बजट में शिक्षक एवं कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी कोई प्रावधान नहीं है।
डॉक्टर चौबे ने कहा कि बीमा क्षेत्र में 100% एफडीआई की स्वीकृति ने निजीकरण के लिए पूरा दरवाजा खोल दिया है। PPE मॉडल को मजबूत बनाकर कौशल विकास व मुद्रा लोन द्वारा युवाओं को रोजगार प्रदान करने का दिवास्वप्न भुना गया है। इस बजट में पब्लिक सेक्टर को मजबूत बनाने जैसा कोई भी प्राविधान नहीं किया गया है। कमोवेश अर्थशास्त्री दृष्टिकोण से इस बजट की समीक्षा की जाये तो इस बजट को सामान्य बजट की संज्ञा दी जा सकती है।
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