In Photo : बलिया ने बाल साहित्यकार 'मधुर जी' को कुछ यूं किया याद
बलिया : श्री मुरली मनोहर टाउन इण्टर कालेज के प्रवचन कक्ष में आयोजित नागरी बाल साहित्य संस्थान के वार्षिक समारोह में प्रख्यात बाल साहित्यकार राम सिंहासन सहाय 'मधुर' को उनकी 122वीं जयंती पर याद किया गया। मुख्य अतिथि श्री मुरली मनोहर टाउन इण्टर कालेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा ने कहा कि मधुर जी बाल साहित्य के मर्मज्ञ और एक यशस्वी साहित्यकार थे। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर जैनेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि मधुर जी एक महान कवि थे। उन्हीं के सुझाव पर राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर ने 'उर्वशी' काव्य में बचपन सर्ग हटाकर उसे प्रकाशित कराया था।
संस्थान के महामंत्री रमेश चन्द्र श्रीवास्तव व अन्य वक्ताओं ने मधुर जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अपनी उदार भावना एवं सरस व्यक्तित्व के कारण मधुर जी एक महान व्यक्ति थे। बच्चों ने इस अवसर पर मधुर जी की रचना 'डोम' व 'दिल्ली कितनी दूर' का सस्वर पाठ किया। डोम कविता महात्मा गांधी ने अपनी पत्रिका हरिजन में प्रकाशित किया था। वहीं, राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर ने दिल्ली कितनी दूर है कविता को संसद में पढ़ा था।
कार्यक्रम में साहित्यकार डॉ भोला प्रसाद आग्नेय, डाक्टर जनार्दन तिवारी, गुरु स्वरूप व पत्रकार प्रदीप गुप्ता को संस्थान की ओर से प्रशस्ति पत्र व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं, कथाकार रमेश चन्द्र श्रीवास्तव की पुस्तक 'कलम चलती रहे' का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में महर्षि अशोक जी, डॉ जनार्दन राय, डॉ राजेन्द्र भारती, शिव जी पाण्डेय रसराज, कादम्बिनी सिंह, देव कुमार सिंह, मुकेश चंचल आदि ने विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष अखिलेश कुमार सिन्हा तथा संचालन आशीष त्रिवेदी व शिव जी पाण्डेय रसराज ने संयुक्त रूप से किया। संस्थान के संरक्षक अनन्त प्रसाद रामभरोसे ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
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