तिरंगा ओढ़कर घर पहुंचे लाल को देख रो पड़ा बलिया का यह गांव
बलिया : पकड़ी थाना क्षेत्र के पुर (जगदरा) का माहौल मंगलवार को अजीब था। गांव की माटी में जन्मे जितेंद्र यादव चार दिन पूर्व बांदीपुरा में शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर दोपहर बाद जैसे ही पैतृक गांव पहुंचा, परिवार में कोहराम मच गया। हर किसी की आंखें नम हो गई। पत्नी प्रियंका और मां तारा देवी की चीत्कार सुन लोगों का कलेजा मुंह को आ जा रहा था।
वहीं छह वर्षीया बिटिया सृष्टि और चार साल का पुत्र अंश मां और दादी को रोते देख बिलखने लग जा रहे थे। बच्चों को रोता देख जो जहां था, वहीं सिसक रहा था।उधर, शहीद जितेंद्र के साथी और रिश्तेदारों के चेहरे पर शहादत को लेकर जहां गर्व का भाव दिख रहा था, वहीं घटना का दुख भी साफ झलक रहा था। शहीद जितेंद्र का अंतिम संस्कार गांव ही किया गया, जहां मुखाग्नि छोटे भाई राणा प्रताप यादव ने दी।
बता दें कि शनिवार को जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा में पहाड़ी से सेना का ट्रक गहरी खाई में गिरने की वजह से जितेंद्र यादव शहीद हो गए थे। मंगलवार को शहीद जवान का शव लेकर वाराणसी से सेना के जवान सेना की गाड़ी जैसे ही नगरा पहुंचे, सैकड़ों की संख्या में मौजूद मोटरसाइकिल सवार युवाओं ने 'भारत माता की जय', 'जब तक सूरज चाँद रहेगा, जितेंद्र यादव का नाम रहेगा' तथा जितेंद्र यादव अमर रहे' का नारा लगाते हुए सेना की गाड़ी के साथ हो लिए। इस दौरान सेना के जवानों एवं अधिकारियों ने पूरे सैनिक सम्मान के साथ गॉर्ड ऑफ ऑनर देते हुए अंतिम सलामी दी और पुष्प चक्र अर्पित किया। वहीं जवानों ने मातमी धुन बजाकर शहीद जवान के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट की।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी देवेंद्र सिंह, तहसीलदार प्रवीण कुमार सिंह, नायब तहसीलदार सीपी यादव, क्षेत्राधिकारी (सिकन्दरपुर) आशीष कुमार मिश्रा ने भी शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया। तदोपरांत क्षेत्रीय विधायक मो जियाउद्दीन रिजवी, पूर्व विधायक और भाजपा नेता भगवान पाठक ने भी शहीद जवान को पुष्पांजलि अर्पित किया। वहीं भूतपूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र यादव एवं जिले के तमाम भूतपूर्व सैनिकों ने शहीद जवान को पुष्प चक्र अर्पित करते हुए अंतिम विदाई दी।
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