बलिया में लाल निशान पार घाघरा की लहरे बनीं कटार, तस्वीरों में देखें मंजर
बलिया : सरयू नदी की लहरों ने एक बार फिर तांडव मचाना शुरू कर दिया है। सिकन्दरपुर से गोपालनगर टाड़ी तक के फ्लड एरिया के लोग परेशान है। चांदपुर, डीएसपी हेड व मांझी गेज पर खतरा बिन्दु से ऊपर बह रही सरयू की लहरे कही-कही तेजी से भू-भाग को काटकर अपने पेटे में समेट रही है। जल स्तर में वृद्धि की वजह से बांसडीह तहसील क्षेत्र के चितबिसांव खुर्द, रामपुर नंबरी, कोलकला बिन्द बस्ती, चांदपुर, नवकागांव आदि गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। वहीं, भोजपुरवा, टिकुलिया में नदी का तांडव पहले से ही जारी है। सिकन्दरपुर तहसील क्षेत्र के लीलकर, निपनियां, जिंदापुर, बिजलीपुर आदि गांवों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। बैरिया तहसील क्षेत्र के गोपालनगर टाड़ी, शिवाल मठिया गांवों में नदी कहर बरपा रही है। बाढ़ से घिरे गांवों में लोग नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं।
सरयू नदी में विलीन हो गया सैकड़ों वर्ष पुराना पीपल का पेड़ और सीतब्रह्म बाबा का मंदिर
बैरिया, बलिया : सुरेमपुर दियराचंल के गोपाल नगर में करीब एक पखवाड़ा बाद गोपालनगर टाड़ी पर मंगलवार को अचानक सरयू नदी की लहरों ने धावा बोल दिया। देखते ही देखते मकईया बाबा का प्राचीन मंदिर व मंदिर परिसर में खड़ा लगभग एक सौ वर्ष पुराना पीपल का पेड़ सरयू नदी में विलीन हो गया।
वही गोपालनगर टावर, सीत ब्रह्म बाबा के स्थान व शिवाल मठिया मल्लाह बस्ती तथा चाईछपरा, बिसुनपुरा के दियारे में भी कटान शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि कटान शुरू होने से एक बार फिर दियरांचल में अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। ग्रामीणों ने दियरांचल में हो रहे कटान को रोकने के लिए प्रशासन से मांग की है।
शिवदयाल पांडेय मनन
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