बलिया : आसमान से बरस रही आग, लू के थपेड़ों से स्कूली बच्चें परेशान
शिवदयाल पांडेय मनन
बैरिया, बलिया : आसमान से शोले बरस रहे है। इसके साथ चलने वाली पछुआ हवा वाली लू शरीर को झुलसा दे रही है। घर हो या बाहर, कहीं भी सुकून नहीं है। इस तपन से शरीर तमतमा जा रही है। स्कूल जाने वाले बच्चों के साथ ही उनके अभिभावक कड़ी धूप में उन्हें लाने और ले जाने में तपस्या कर रहे हैं। अभिभावक पीठ पर बच्चों का बैग और आगे बच्चे को लेकर उसे धूप से बचाने में अपनी शरीर झुलसा रहे हैं।
विद्यालयों के खुलने और बंद होने का टाइम तो बदल गया, लेकिन तपती दोपहरी में एक बजे स्कूल छूट रहा है, जो किसी आफत से कम नहीं है। फिर भी शिक्षा विभाग इसे अनदेखी कर रहा है। लगातार पारा चढ़ता जा रहा है। मंगलवार की दोपहर में पारा 43 डिग्री दर्ज किया गया। गर्मी से तो हर कोई बेहाल है, लेकिन स्कूली बच्चे और उनके अभिभावक इसकी मार से अधिक परेशान हैं। सुबह तो ठीक है, लेकिन दोपहर में हर दिन बच्चों को ले जाने में तप रहे हैं।अभिभावकों ने बताया कि बच्चों के लिए सबकुछ करना पड़ता है। उधर जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी ने हीट वेव से बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी कर रखा है। उसमें साफ-साफ कहा गया है कि दिन में दस बजे के बाद आवश्यक हो तो घर से पूरी तैयारी के साथ बाहर निकले, अन्यथा घर से बाहर न निकले। बावजूद इसके प्राथमिक विद्यालयों के पठन-पाठन का समय बदला नहीं जा रहा है, जो अनहोनी को न्यौता देने जैसा है।
हीट वेव व तेज लू के थपेड़ों से आम जनजीवन अस्त व्यस्त है। दोपहर में सड़के सुनसान हो जा रही हैं। ऐसे मौसम में दिन में आठ बजे के बाद और पांच बजे से पहले घर से निकलना खतरे से खाली नहीं है। वैसे भी हीट वेव के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या बड़ी है। हीट वेव से परहेज करना ही स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम होगा।
डॉ देव नीति सिंह
प्रभारी चिकित्साधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुरलीछपरा।
मौसम प्रतिकूल हो रहा है। पढ़ने के लिए विद्यालय आने और जाने में बच्चों को मौसम की दुश्वारियां का सामना करना पड़ रहा है। यह हम लोग भी देख रहे हैं, किंतु आदेश के तहत हम विद्यालय को आठ बजे से दोपहर एक बजे तक चला रहे हैं।
दुर्गा प्रसाद सिंह
खंड शिक्षा अधिकारी मुरली छपरा
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